Report Abuse

Blog Archive

Header Ads

Search

Facebook

Skip to main content

हर महीने थोड़ा-थोड़ा बचाना क्यों ज़रूरी है

 

आज के समय में जब हर चीज़ महंगी होती जा रही है — पेट्रोल से लेकर दाल तक — ऐसे में बचत करना अब विकल्प नहीं, ज़रूरत बन चुका है। बहुत से लोग सोचते हैं कि "मेरी आमदनी कम है, मैं कैसे बचत करूँ?" लेकिन सच यह है कि बचत की शुरुआत कभी बड़ी रकम से नहीं, बल्कि छोटे कदम से होती है।

अगर कोई व्यक्ति हर महीने सिर्फ ₹500 भी सेव करता है, तो साल के अंत तक उसके पास ₹6,000 हो जाते हैं। यही रकम अगर किसी अच्छे बैंक रिकरिंग डिपॉज़िट या म्यूचुअल फंड SIP में लगाई जाए, तो लंबे समय में यह हजारों से लाखों में बदल सकती है।

बचत सिर्फ पैसों की बात नहीं होती। यह आदत है — अनुशासन का एक रूप। जब हम खुद को खर्चों में संयमित करना सिखाते हैं, तो हम न सिर्फ पैसे बल्कि अपने जीवन पर भी कंट्रोल करना सीखते हैं।

आज की नई पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है — “इंस्टेंट ग्रैटिफिकेशन” यानी तुरंत संतुष्टि की चाह। ऑनलाइन शॉपिंग, सेल और EMI कल्चर ने हमें खर्च करने का आदी बना दिया है। लेकिन अगर हम हर खरीदारी से पहले यह सोच लें कि “क्या यह चीज़ वाकई ज़रूरी है?”, तो हमारी फाइनेंशियल हेल्थ खुद-ब-खुद बेहतर हो जाएगी।

छोटी-छोटी बचतें मिलकर बड़ी पूंजी बनाती हैं। याद रखिए — पैसा पेड़ पर नहीं उगता, लेकिन सही प्लानिंग से जरूर बढ़ता है।

Comments